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Bhagwat Geeta - 9
The aim of Vedamrita is to make the students of Yoga subject perfect for the preparation of NET-JRF and other competitive examinations ....
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पुरुष समस्त कर्मों में और उनके फल में आसक्ति का सर्वथा त्याग करके किसके आश्रय से रहित होता है?
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अर्जुन को यह ज्ञान किसने दिया था?
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मनु के पश्चात यह ज्ञान की परंपरा किसको प्रदान की गई थी?
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अंतः करण की प्रशंसा होने पर किस का भाव हो जाता है?
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समस्त कर्म किस अग्नि के द्वारा भस्म हो जाते हैं?
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दूसरे का धर्म किसको प्रदान करने वाला होता है?
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जो पुरुष कर्म फल का श्रेय लेकर करने योग्य कर्म करता है वह कैसा योगी कहलाता है?
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अच्छी प्रकार आचरण में लाए हुए दूसरे के धर्म से गुण रहित अपना उत्तम क्या बताया गया है?
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जिसने विवेक के द्वारा समस्त संशयो का नाश कर दिया ऐसे वश में किए हुए अंतःकरण वाले पुरुष को कौन बांधता नहीं है
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इक्ष्वाकु ने यह ज्ञान की परंपरा किसको प्रदान की थी?
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जो मनुष्य कर्म में अकर्म और अकर्म में कर्म देखता है वह व्यक्ति कैसा होता है?
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सूर्य देव ने कर्म योग का ज्ञान किस को दिया था?
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बुद्धिमान व्यक्ति सब पर कर्मो में प्रवृत्त रहकर कैसी स्थिति प्राप्त करता है?
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इंद्रिय तृप्ति के लिए इच्छा को त्यागे बिना कौन नहीं बन सकता है?
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गीता के अनुसार संपूर्ण कर्म सब प्रकार से किसके द्वारा किए जाते हैं?
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भगवान श्री कृष्ण ने कर्म योग के ज्ञान को सबसे पहले किसको दिया था?
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गीता के अनुसार सामान्य व्यक्ति को किस का अनुसरण करने के लिए बताया गया है?
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ज्योति विज्ञान में पूर्णता स्थित है उसके सारे कर्म किस में लीन हो जाते हैं?
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जब भी और जहां भी धर्म का पतन होता है तब किसकी प्रधानता होने लगती है?
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भक्ति भाव कर्म और सकाम कर्म के भेद को भलीभांति जानने पर किसको जानना आवश्यक है?
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